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बालों वाली चुड़ैल और संडे में कुछ तूफानी करने का प्लान


कई बार बाल आपको हैरान कर सकते हैं जब वो किसी चुड़ैल के हों। मैं ऐसा क्यों कह रहा हूँ? 

मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि कल सपने में मुझे ऐसा लगा जैसे कोई काले बाल वाली चुड़ैल की तरह लगने वाली महिला मेरे पीछे दौड़ रही है। मैं ओवर ब्रिज पर बेतहाशा दौड़ रहा हूँ। दौड़े चला जा रहा हूँ। 

तभी कोई चिल्लाया "उठो, जल्दी करो। तुम्हारा फोन बज रहा है।" मेरी आँख खुल गई, मगर मैं पसीने में लथपथ था। मेरा दिल तेज धड़क रहा था।

सुबह 8 बजे : कोई नहाया हुआ था, कोई केवल मुँह धोकर आया था। ये मेरे स्टूडेंट्स थे जो आजकल सुबह जल्दी उठकर पढ़ने आ रहे हैं। 

Let's Do Something Different. But What? 

कुछ नहीं दिन बढ़िया है, धूप सेको।

10 : 00 बजे : नन्ही डॉग कोरल को लगता है कि सुमि अभी भी कहीं आसपास है। जब भी उसे भोजन दिया जाता है वह इधर-उधर देखती है। ऐसा वह पहले भी करती थी।

12 : 00 बजे : उफ! ये फ़ाइल खुल क्यों नहीं रही। ज्यादा काम करोगे तो तुम भी किसी दिन हैंग हो जाओगे। इंसानों का खुलना मुश्किल होता है रे मामू! 

3 : 00 बजे : कोई किताब नहीं लाया, कोई काम करके नहीं लाया। हद, है। I am fed up of such Lazy students.

फिर मैंने उन्हें एक छोटी बात बताई कि अगले घंटे वाले स्टूडेंट्स up-to-date रहते हैं। वो अलग बात है उनका होम वर्क कभी-कभी चेक किया जाता है। क्योंकि 99% काम कंपलीट होता है।

3 : 54 बजे : दरवाजे के कुंडे को बार-बार पटकने का काम केवल एक स्टूडेंट कर सकता है, और भगवान को साक्षी मानकर मैं पूरे होशोहवास में कहता हूँ मैंने उसे सिर पर तो बिल्कुल नहीं चढ़ा रखा है। क्या मैंने उसे उसके मासूम से दिखने वाले चेहरे की वजह से डाँटना बंद कर दिया है। शायद ऐसा हो भी, मगर वो बच निकलने में माहिर है। बहानों का पूरा बॉक्स है उसके पास। 'आज वहाँ गए थे', 'वो कॉपी घर रह गयी' बगैरह-बगैरह BLAH-BLAH! 

4 : 10 बजे : उफ! ये बाल। मुझे कुछ याद आ गया। क्या बात है इन बालों की, मेरा मतलब झूलते बालों की। मेरा कॉम्प्लिमेंट काम कर गया। उसका चेहरा खुशी से खिल गया। हँसो, मुस्कराओ, जी भर जियो! 

अचानक याद आया मुझे भी तो कल बाल धोने हैं। मौसम ने साथ दिया तो जल्दी सूख भी जाएँगे।

8 : 00 बजे : "बेटा, रसगुल्ले खाओगे क्या?" माँ थीं।

"अब नहीं, दिन में।" मैं टीवी पर एक क्राइम थ्रिलर देख रहा था। आजकल क्राइम सीरीज़ काफी देखता हूँ, ज्यादातर भोजन करते समय। बाकी समय बुक्स, फोटो और पढ़ाई।

आखिर में :

खुशी के पल 1) - जब आज एक स्टूडेंट ने बताया कि वह सुबह बहुत जल्दी उठा, ताजे पानी से नहाया, और पढ़ाई की। 

खुशी के पल 2) - एक स्टूडेंट ने बताया कि इस संडे कुछ तूफानी करते हैं। दरअसल एक स्टूडेंट गॉसिप का शौकीन है, वो गॉसिप के लिए मुझ जैसे शांत व्यक्ति को महान मानता है। देखते हैं संडे में क्या तूफानी करता है।

आपका
हरमिन्दर


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